दोस्तो ज्ञान की कोई सीमा नही होती है। इसमें आप जितना डूबेंगे आपके ज्ञान में उतना ही वृद्धि होगी। कहते है कि ज्ञान कही से भी मिले हमे ग्रहण कर लेना चाहिए। वह कविता के माध्यम से मिले या कहानी के द्वारा इसे हमे ग्रहण कर लेना चाहिए।
दोस्तो आज हम आपके लिए शिक्षा से जुड़ी कुछ कविता लेकर आए हैं। जो आपके ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगी। शिक्षाप्रद कविता हर किसी को जरूर पढ़ना चाहिए। खासतौर से छात्र को जरूर पढ़ना चाहिए जिससे आपकी बौद्धिक क्षमता का और विकास हो सके।
Hindi poem for students ।। Educational poem in hindi ।। Educational poem in hindi for students
किस वैज्ञानिक ने दुनिया को
कौन सी दी सौगात
आओ मित्रो तुम्हे बताएं
एक जरूरी बात
मैकलीन ने साइकिल खोजी
हेनरी फोर्ड ने कार,
स्टीफेंसन ने किया मित्रो,
रेल इंजन का अविष्कार।
गर्नी ने सबसे पहले
दौड़ाई भाप की ट्रेन
और उड़ाई राइट बन्धु ने
नभ में एरोप्लेन
फ्रेंक विटिल ने जेट बनाकर
दे दी सबको मात,
आओ मित्रो तुम्हे बताएं
एक जरूरी बात।
मार्कोनी ने वायरलेस
और रेडियो की खोज,
जे0एल0बेयर्ड ने टी0वी0 दिया
जिसे देखते हैं हम रोज।
शाकटे ने ट्रांजिस्टर
तो ग्राहम ने दिया टेलीफोन,
टेलिस्कोप गैलीलियो ने तो
एडीसन ने ग्रामोफोन।
बिजली का बल्ब बनाया एडिसन ने
भर दी उजाले से रात,
आओ मित्रो तुम्हे बताएं
एक जरूरी बात।
अविष्कार और अविष्कारक - Educational poem in hindi
पैदल चल-चल जब हुए विफल, मैकलीन ने बनाई साइकिल।
उससे दूर न हुई कठिनाई, तब जेम्सवाट ने रेल चलाई।।
पार करने को जब हुआ सिंधु, हवाई जहाज बनाये राइटर बन्धु।
डनलप जी ने टायर बनाया, सड़को पर वाहन दौड़ाया।।
सब लेते है श्वास हवा में, आक्सीजन को जाने कौन।
तब आये प्रिस्टले महोदय वही बताये इसकी मौन।।
होनी को अनहोनी करदे अनहोनी को होनी।
इधर-उधर की बाते बतलाए रेडियो पर मार्कोनी।।
लिखने की जब बारी आयी, तब चकरायी दुनिया सारी।
तब आया था वाटर मैन, साथ में लिया था फाउन्टेन पेन।।
ब्रह्मांड की झलक लोगो को दिखायी, जब गैलीलियो ने दूरबीन बनाती।
कई आविष्कारों ने अपना जीवन खोजो में गवाया।।
गुरुत्वाकर्षण - aviskar par kavita ।। Educational poem
शाम सुहानी थी पेड़ों के पत्ते झूम रहे थे।
एक बाग में धीरे-धीरे न्यूटन घूम रहे थे।।
तरह-तरह की खुशबू से महका उपवन फूलो का।
टपका शोर हुआ, न्यूटन ने मुड़ कर देखा पिछे।।
किसी पेड़ से एक सेब था गिरा, टूटकर नीचे।
बुद्धिमान था, उसे देख न्यूटन का सिर चकराया।।
लगा सोचने सेब टूटकर नीचे ही क्यों आया।
जाता तो आसमान में कोई पक्षी उसे खा जाता।।
हवा में तब न्यूटन ने कोई चीज और गिराई।
मगर न कोई ऊपर पहुंची सारी नीचे आई।।
धीरे धीरे बाते सारी समझ गए तब न्यूटन।
धरती में है एक बड़े चुंबक का सा आकर्षण।।
इस आकर्षण के कारण हम इस धरती पर रहते है।
धरती की इस ताकत को गुरुत्वाकर्षण कहते हैं।।
दोस्तो यह प्रेरणा दायक कविता आपको पसंद आया हो तो इसे अधिक से अधिक लोगों को शेयर जरूर करें धन्यवाद।
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